जनपद पचांयत डिंडौरी अंतर्गत ग्राम पचांयत मुढिया खुर्द का मामलाः-
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डिंडौरी,रामसहाय मर्दन। जिले में ग्राम पंचायतों के लोगों के जनजीवन में सुधार करने एवं शुद्ध हवा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न स्थानों पर तथा सड़क के किनारे लाखों रू. खर्चकर पौधों की रोपाई की गई थी। पौधरोपण के नाम पर पंचायत स्तर पर गांवों में पैसा पानी की तरह बहाया गया। पर्यावरण को सहेजने के तमाम वादे किए, लेकिन समय के साथ यह पौधरोपण भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। शासन द्वारा चलाई जा रही योजना धरातल पर उतरने से पहले ही जनपद पचांयत डिंडौरी के भ्रष्ट सरपंच,सचिव और रोजगार सहायकों की झोली में समा जाती है जो गंभीर चिंतन का विषय है, जिसकी बानगी जनपद पचांयत डिंडौरी अंतर्गत ग्राम पचांयत मुढिया खुर्द में ग्राम पंचायत के द्वारा 11 लाख रू. की लागत से किए गए वृक्षारोपण में भ्रष्टाचार को देखा जा सकता है।अमृत सरोवर के आस—पास 7.13 लाख रू. का वृक्षारोपण में एक भी पेड नहीं….दरअसल जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचातय मुढिया खुर्द के अमृत सरोवर तालाब के आस—पास 7.13 लाख रू. का वृक्षारोपण का मामला सामने आया हैं। जहां सरपंच जीरा बाई, सचिव संतोष बर्मन और रोजगार सहायक तेज सिहं ठाकुर के द्वारा महात्मा गांधी रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत अमृत सरोवर तालाब के आस-पास 7.13 लाख रू. की लागत से 625 पौधों का रोपण किया गया था जिससे तालाब के आस-पास हरियाली हो , लोंगों को शुद्ध हवा मिल सके और लोंगो के जनजीवन में सुधार हो सके, लेकिन ग्राम पंचायत के जिम्मेदार सरपंच, सचिव और रोजगार के द्वारा अधिकारियों से मिलीभगत कर वृक्षारोपण करने के नाम पर जमकर धांधली किया किया गया हैं। बता दे कि 625 पौधों का रोपण करने का कार्य स्थल में बोर्ड लगाया गया है लेकिन मौके में एक भी पौंधा नजर नहीं आ रहा है। बता दे कि वृक्षारोपण के लिए खोदे गए गड्डे में पौधों का रोपण ही नहीं किया गया । उक्त जगह में आज भी गड्डा खाली पडा हुआ है जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता कि ग्राम पंचातय मुढिया खुर्द के सरपंच जीरा बाई, सचिव संतोष बर्मन और रोजगार सहायक तेज सिहं ठाकुर के द्वारा वृक्षारोपण के नाम पर सिर्फ अपना जेब भरकर सरकारी खजाने का बंदरबाट किया गया। गौरतलब यह है कि ग्राम पंचातय मुढिया खुर्द में वृक्षारोपण के नाम पर कार्य स्थल में बडे-बडे सूचाना पटल ही देखने को मिलेगा पेड या हरियाली नहीं । लाखों रू. खर्च के बावजूद न तो 37.26 लाख रू. की लागत बने अमृत सरोवर तालाब में न तो पानी बचा, न ही 7.13 लाख रू की लागत से किया गया वृक्षारोपण से क्षेत्र में कोई हरियाली आई, सिर्फ और ग्राम पंचातय मुढिया खुर्द के सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के जेब में हरियाली के अलावा आज भी ग्राम पंचातय मुढिया खुर्द के अमृत सरोवर के आस-पास का जमीन बंजर पडा हुआ।चुरिया रोड किनारे 4 लाख रू. का वृक्षारोपण के बावजूद एक भी पेड नहीं….बता दे कि वृक्षारोपण केे नाम पर ग्राम पंचायत मुढिया खुर्द में ग्राम पंचायत के द्वारा चुरिया रोड किनारे 4 लाख रू. खर्च कर 200 पौंधों का वृक्षारोपण करने का सूचना पटल लगाया गया है लेकिन रोड किनारे मौके में एक भी पेड नजर नहीं आ रहा हैं। जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वृक्षारोपण के नाम पर 11 लाख रू. डकार गए भ्रटाचार के पेड सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक, क्योेेंकि लाखों रू. खर्च के बाद भी ग्राम पंचायत क्षेत्र में कोई हरियाली नहीं लौटी सरकार के मंशा में पानी फिर गया। वहीं उक्त वृक्षारोपण के संबंध में ग्राम रोजगार सहायक तेज सिहं ठाकुर से उक्त दोनों स्थान में उनके द्वारा कराए गए वृक्षारोपण के बारे में जानकारी पूछी गई तो ग्राम रोजगार सहायक तेज सिहं ठाकुर के तेवर ही बदल गया और जानकारी वजह अनाफ-सनाफ बातकर वृक्षारोपण में हुए भ्रष्टाचार के विषय में जानकारी देने से भगते नजर आए।सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के विरूध्द कार्रवाई की दरकार…डिंडौरी जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत मुढ़िया खुर्द में कार्यरत सरपंच जीरा बाई, सचिव संतोष बर्मन और रोजगार सहायक तेज सिंह ठाकुर के भ्रष्टाचार करने के मामले में काफी चर्चित हैं, इनके द्वारा तमाम प्रकार के निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है, किंतु जिला प्रशासन के द्वारा ग्राम पंचायत के जिम्मेदारों के द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं की जाती और न ही कार्रवाई की जा रही है। पंचायत कर्मियों के विरूध्द कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने के कारण इन भ्रष्टाचारियों के हौसलें बुलंद है। वहीं अब देखने वाली बात यह होगी की जिम्मेदार अधिकारी कब इन भ्रष्टाचारियों का जांच कर कार्रवाई करते है या फिर जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा मिलीभगत करते हुए इसी तरह सरकारी धनराषि का बंदरबांट किया जाता रहेगा।इनका कहना है “आपके माध्यम से उक्त मामले की जानकारी मिली है वृक्षारोपण में सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक के द्वारा जो भी गडबडी की गई है जाकर देखा हूं।मनोज बघेल,उपयंत्री जनपद पंचायत डिंडौरी।