जबलपुर। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्य करते हुए न्यायदान प्रक्रिया का हिस्सा बनकर प्रतिपल स्वयं को गौरवांवित अनुभूत किया। यह कहना था सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति राजेंद्र कुमार वर्मा के। वे अपने सम्मान में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर के आदर्श सभागार में आयोजित विदाई समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान वरिष्ठतम न्यायमूर्ति सुजय पाल, असिस्टेंट सालिसिटर जनरल पुष्पेंद्र यादव, वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल खरे, उप महाधिवक्ता विवेक शर्मा, हाईकोर्ट बार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत अवस्थी, स्टेट बार सदस्य अखंड प्रताप सिंह मंचासीन रहे।
कार्यक्रम का संचालन हाईकोर्ट बार के सचिव परितोष त्रिवेदी ने किया। हाईकोर्ट बार अध्यक्ष संजय वर्मा ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति राजेेंद्र कुमार वर्मा के व्यंितव व कृतित्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति वर्मा का व्यवहार बार व बेंच के मध्य समन्वय का जीवंत उदाहरण रहा। अधिवक्ताओं को उनकी बेंच से कभी कोई शिकायत नहीं रही।
सभी ने सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वर्मा के कार्यकाल की भूरि-भूरि सराहना की। उनके द्वारा पारित आदेशों को न्यायिक इतिहास में प्रतिमान निरूपित किया। इस आयोजन में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीशगण, रजिस्ट्री के अधिकारी, काफी संख्या में अधिवक्ता व सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वर्मा के परिवार के सदस्य मौजूद रहे।