◆ जिला मुख्यालय अंतर्गत जिला चिकित्सालय का मामला:-
(रामसहाय मर्दन) डिण्डौरी। मध्यप्रदेश के डिण्डौरी जिला अस्पताल अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाने को मजबूर है। जिला अस्पताल में व्याप्त गंदगी से जहां मरीज और भी बीमार हो रहे हैं और वार्ड में जगह और पलंग ना होने से बरामदे में मरीजों का इलाज हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्र से आए मरीज आए दिन ओपीडी के बाहर घंटो डॉक्टारों का इंतजार करते मरीज बरामदे में देखा जा सकता है। लेकिन जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टरों का सरकारी टाईम टेबल से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं है। जिसकी खबरें आए दिन सोशल मीडिया व समाचार पत्र के माध्यम दिखाया गया है। लेकिन जिम्मेदारों द्वारा देख कर भी अनदेखा किया जा रहा है। लिहाजा गंभीर बीमारियों पीडित मरीजों को इलाज के लिए दर-बदर की ठोकरे खा रहे हैं। वही डॉक्टरों की लापरवाही दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और जिले में बैठे जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि के द्वारा इस ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। वहीं मरीजों का कहना है कि अस्पताल में व्याप्त गंदगी और डॉक्टरों की कमी के साथ व्यवस्था पर सवाल पूछने पर जिम्मेदार डॉक्टर भड़क उठते हैं। और जबलपुर रिफर करने की धमकी देते हैं। बरहाल जिला अस्पताल में गंदगी और डॉक्टरों की लापरवाही से आए दिन मरीजों की मौत का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा कोई सुध नहीं लिया जा रहा है।