सिवनी मामले में सियासत गरमाई हुई है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने तीन विधायकों की कमेटी बनाई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविदं सिंह, सांसद नकुल नाथ, पूर्व मंत्री तरुण भनोत सहित अन्य कांग्रेसी नेता पीड़ितों की खबर लेने सिवनी गए हैं।
इधर, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि गौमांस से जुड़ा हुआ विषय जो था, ऐसा प्रथम दृष्टया जांच में कुछ लोगों ने कहा है। 13 लोग तात्कालिक रूप से गिरफ्तार हो गए हैं। नरोत्तम ने कहा कि बजरंग दल के कार्यकर्ता होने की बात भी प्रथम दृष्टया सामने नहीं आई है। इस मामले में कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने पलटवार करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश के गृहमंत्री कह रहे हैं कि आरोपियों का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं। वहीं सिवनी जिले के कुरई के एसएचओ स्वीकार रहे हैं कि इस घटना में 3 आरोपी बजरंग दल के हैं और 6 श्रीराम सेना के हैं। पीड़ितों को 8.25 लाख रुपए सहायता राशि दी गई है। घायल को भी 75 हजार रुपए दिए हैं। दो परिवार में एक बेटा और एक बेटी को अनुकंपा नियुक्ति दी जा चुकी है।
कमलनाथ पर गृहमंत्री ने किया पलटवार
नरोत्तम मिश्रा ने नकुलनाथ के सिवनी पर कहा कि नेता प्रतिपक्ष का पद गया, अध्यक्ष पद पर संकट के बादल हैं। ऐसे में कमलनाथ बेटे को प्रोजेक्ट कर रहे हैं, तो इसमें क्या बुराई है। कांग्रेस की संस्कृति ऐसी है, परिवाद की परंपरा है। इसलिए अध्यक्ष के नाते परिवार को आगे बढ़ा रहे हैं। सिवनी में कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भेजने पर गृहमंत्री ने तंज सका कि रिपोर्ट तो पहले से मालूम है। जो भी प्रतिनिधिमंडल जाता है, वह क्या सरकार के पक्ष में रिपोर्ट देगा। वो सिर्फ इसलिए भेजते हैं कि सरकार के खिलाफ एक दिन की न्यूज बन जाए। अचंभा इस बात का है कि कांग्रेस के अध्यक्ष कहीं जाते नहीं दिखते।
दिग्विजय बोले
सिवनी मामले में पूर्व सीएम ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर लिखा- मप्र शासन पूरे पक्षपात ढंग से काम कर रहा है। नियम क़ानून और संविधान की धज्जियों उड़ाई जा रही हैं। बजरंग दल के गुंडों को क्यों संरक्षण दिया जा रहा है? भाजपा का आदिवासी प्रेम केवल उनके वोटों तक सीमित है।
मप्र शासन पूरे पक्षपात ढंग से काम कर रहा है। नियम क़ानून और संविधान की धज्जियों उड़ाई जा रही हैं। बजरंग दल के गुंडों को क्यों संरक्षण दिया जा रहा है?
भाजपा का आदिवासी प्रेम केवल उनके वोटों तक सीमित है। @INCMP @ChouhanShivraj https://t.co/hAtMLmXTEz
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 5, 2022
आदिवासी राज्यपाल के रहते आदिवासियों पर जुल्म कैसे हो रहे हैं
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। तन्खा बयान जारी कर कहा कि मप्र सिवनी में 2 आदिवासियों की मृत्यु और एक गम्भीर रूप से घायल है। मप्र में आदिवासी महामहिम राजपाल हैं। आप के रहते आदिवासियों पर सिवनी या अन्य ज़िलों में जुल्म कैसे हो रहे हैं और यदि हो रहे हैं तो आप चुप क्यों हैं। हिम्मत कर अपने दायित्व और समाज की रक्षा कीजिए। इतिहास पुरुष बनिए।
मप्र Seoni में २ आदिवासियों की मृत्यु और एक गम्भीर रूप से घायल है। मप्र में आदिवासी महामहिम राजपाल है। आप के रहते आदिवासियों पे Seoni या अन्य ज़िलों में जुल्म कैसे हो रहे है। और यदि हो रहे है तो आप चुप क्यों है। हिम्मत कर अपने दायित्व और समाज की रक्षा कीजिए। इतिहास पुरुष बनिए।
— Vivek Tankha (@VTankha) May 4, 2022