डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| सेंटर फार एडवांस रिसर्च एंड डेव्हलपमेंट कार्ड संस्था के द्वारा जैविक खेती के अंतर्गत केचुआ खाद,जीवामृत,मटका खाद के बारे में विस्तृत जानकारी जैविक कृषि प्रशिक्षक बिहारी लाल साहू के द्वारा दिया गया।एवं साथ में प्रोग्राम क्वाडिनेटर दौलत सिंह चौहान एवं कांति कोल्हिया मौजूद रहे। एनसीएनएफ कार्ड डिंडोरी के तहत डिंडौरी विकास खण्ड के 25 ग्रामों से 500 किसानों के साथ जैविक खेती करने के लिए कार्य कर रही है। इसके अंतर्गत महिला पुरुष किसानों को आत्म निर्भर बनाने हेतु जैविक कृषि के संबंध में ट्रेनिंग दिया गया। जैविक केंचुआ खाद बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी साथ ही जैविक खाद बनाने की विधि बताई तथा इन खादों के उपयोग से फसलों की पैदावार अधिक होती है और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है । इस बीच कृषि प्रशिक्षक बिहारी ने रासायनिक खाद के दुष्प्रभावों की विस्तार से कृषि से स्वावलंबन बनने का तरीका बताया और कृषि रोजगार के लिए अच्छा साधन है इससे नये आयाम स्थापित किया जा सकता है । इस बीच मिंगडी,देवरी माल,भैंसलगान एवं रयपुरा ग्रामों में प्रायोगिक रुप से जानकारी दिया।जिसमें इन ग्रामों के कृषक धीरज सिंह,राजेन्द्र सिंह,मथुरा सिंह,राजकुमार,गौरीशंकर वर्मन, रामकिशोर,केरावती,इंद्रावती,सुशीला परस्ते,शारदा धुर्वे सुमन वती,रोशनी आदि उपस्थित रहे हैं।