◆ सम्यक् जैन ने दायर की थी याचिका
डिंडौरी (रामसहाय मर्दन)। नर्मदा तट के गांवों सहित पूरे अंचल में धड़ल्ले से चल रहे अवैध शराब के धंधा में नकेल कसने युवा अधिवक्ता एवं समाजसेवी सम्यक् जैन ने विगत दिनो अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक डिंडौरी से मिलकर न्यायालय में चल रहे मामले की जानकारी दी थी । वर्ष 2016-17 में नर्मदा किनारे के शहरो में 5 कि.मी तक की दूरी में स्तिथ देशी एवं विदेशी मदिरा दुकानो को दिनांक 01-4-2017 से नर्मदा किनारे के निर्दिष्ट सभी गाँव एवं नगर में बंद किया गया है उसके बाद भी नगर में अवैध शराब की खपत जारी है एवं खुलेआम शराब परोसी जा रही है।
◆ एसपी ने प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया
पुलिस के द्वारा वांछित कार्यवाही नहीं की गई थी । उक्त संबंध में अनुभाग डिंडोरी का थाना कोतवाली क्षेत्रांतर्गत अवैध रूप से संचालित शराब दुकाने एवं अन्य अव्यवस्थाओं एवं समस्याओं के संबंध में जवाब प्रस्तुत करने हेतु सुश्री आकांक्षा उपाध्याय अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) को एसपी द्वारा प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है एवं निर्देशित किया गया है की दिनांक 16-06-2022 को माननीय ज़िला न्यायाधीश/सचिव ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण डिंडोरी के समक्ष उपस्थित होकर वांछित जवाब प्रस्तुत कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चहित करे ।
◆ ज़िला विधिक प्राधिकरण में चल रहा मामला
सम्यक् ने बताया की ज़िला विधिक प्राधिकरण में मामला चल रहा है, जहाँ इनिशल सुनवाई के द्वारान न्यायाधीश/सचिव ने आबकारी विभाग के ढीले रवैया एवं विफलता पर नाराज़गी व्यक्त की थी साथ ही सीएमओ नगर परिषद व कोतवाली थाना प्रभारी को भी तलब किया था परंतु नप एवं कोतवाली के द्वारा रिपोर्ट नहीं सौंपी गई । वही सम्यक् का यह भी कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता, मिलीभगत और अनदेखी के कारण अवैध रूप से शराब का निर्माण एवं विक्रय का काम फल-फूल रहा है, जिस कारण युवा पीढ़ी नशे की आदी होती जा रही है। संस्कारों से दूर होती नई पीढ़ी असामाजिक कार्यों में लिप्त हो रही है। इस अवैध कारोबार को रोकने के लिए समय रहते कठोर कार्रवाई आवश्यक है। ज़िस तारतम्य में एसपी ने एसडीओपी को प्रभारी अधिकारी भी नियुक्त किया है।