सीईओ ने कहा निर्माण कार्य की जांच हेतु टीम गठित कर दी गई है,जांच प्रतिवेदन के आधार पर संबधितो के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी…
डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत इमलई में लगभग दो माह पहले मनरेगा योजना से परकुलेशन टैंक का निर्माण कराया गया है। परकुलेशन टैंक पहली बारिश में फुटकर मलबा परकुलेशन टैंक के नीचे बने खेतों में समा गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि परकुलेशन टैंक निर्माण में नींव में डाली गई मिट्टी को ठीक से नहीं दबाया गया और न ही पिचिंग बनाया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया हैं कि जिम्मेदारों के द्वारा मापदंडों दरकिनार कर घटिया निर्माण कराया गया है जिसके चलते पहली बारिश में लाखों की लागत से बना परकुलेश टैंक बीच से फट गया।
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डिंडौरी,रामसहाय मर्दन| जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत इमलई में लगभग दो माह पहले मनरेगा योजना से परकुलेशन टैंक का निर्माण कराया गया है। परकुलेशन टैंक पहली बारिश में फुटकर मलबा परकुलेशन टैंक के नीचे बने खेतों में समा गया। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि परकुलेशन टैंक निर्माण में नींव में डाली गई मिट्टी को ठीक से नहीं दबाया गया और न ही पिचिंग बनाया गया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया हैं कि जिम्मेदारों के द्वारा मापदंडों दरकिनार कर घटिया निर्माण कराया गया है जिसके चलते पहली बारिश में लाखों की लागत से बना परकुलेश टैंक बीच से फट गया।बता दे कि निर्माण स्थल पर न सूचना बोर्ड न संबंधित जानकारी दे रहे है। वही ग्रामीणों का कहना कि निर्माण एजेंसी के द्वारा मई—जून में परकुलेशन टैंक का निर्माण कराया गया है। निर्माण स्थल में कोई सूचना बोर्ड नहीं लगवाया गया और न ही ज़िम्मेदार जानकारी दे रहे है। वही किसानों का कहना है कि मनरेगा योजना से परकुलेशन टैंक बनवाया गया ताकि टैंक में पानी रुकेगा लेकिन टैंक बारिश में बह गया और पूरा मलबा हमारे खेतों में आ गया है। अब खेती करने के लिए हमें मलबा साफ करना पड़ेगा।कहना है:—परकुलेशन टैंक की जांच के लिए मैंने टीम गठित कर दी है जांच प्रतिवेदन संतोषजनक नहीं मिलता है, तो जिले स्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।निखलेश कटारे,जनपद पंचायत सीईओ डिंडौरी ।
बता दे कि निर्माण स्थल पर न सूचना बोर्ड न संबंधित जानकारी दे रहे है। वही ग्रामीणों का कहना कि निर्माण एजेंसी के द्वारा मई—जून में परकुलेशन टैंक का निर्माण कराया गया है। निर्माण स्थल में कोई सूचना बोर्ड नहीं लगवाया गया और न ही ज़िम्मेदार जानकारी दे रहे है। वही किसानों का कहना है कि मनरेगा योजना से परकुलेशन टैंक बनवाया गया ताकि टैंक में पानी रुकेगा लेकिन टैंक बारिश में बह गया और पूरा मलबा हमारे खेतों में आ गया है। अब खेती करने के लिए हमें मलबा साफ करना पड़ेगा।
कहना है:—
परकुलेशन टैंक की जांच के लिए मैंने टीम गठित कर दी है जांच प्रतिवेदन संतोषजनक नहीं मिलता है, तो जिले स्तरीय जांच टीम गठित कर जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
निखलेश कटारे,जनपद पंचायत सीईओ डिंडौरी ।