जबलपुर डेस्क। मध्यप्रदेश के बड़े मेडिकल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो रहे हैं। बीते दिन बदमाशों ने मेडिकल केंपस के अंदर बम चलाते हुए फायरिंग कर पूरे कैंपस में दहशत फैला दी थी, तो वहीं दिनदहाड़े दो युवकों ने मेडिकल सिक्योरिटी गार्ड चौकी के बाहर दो युवकों पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर घायल कर दिया। दिनदहाड़े हुई चाकूबाजी की घटना कैंपस में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सूचना पर पहुचीं पुलिस ने घायलों को मेडिकल अस्पताल में भर्ती करते हुए सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
दरअसल शनिवार देर शाम करीब साढ़े चार बजे मेडिकल के मेनगेट पर दो युवकों ने पहले तो के साथ मारपीट और झूमाझटकी की और महिलाओं को बचाने के लिए दो युवक आए तो हमलावर युवकों ने महिलाओं पर भी हमला कर दिया। चाकूबाजी की घटना से पूरे मेडिकल कैम्पस में हड़कंप मच गया और वहां मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी डायल हंड्रेड के माध्यम से पुलिस को दी, सूचना पर पहुंची। पुलिस ने जब जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि यह पूरा विवाद नवजात की मौत से जुड़ा हुआ है।
पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि घायल मोनू विश्वकर्मा अपनी माँ और मामा के साथ अपनी बहन की डिलेवरी कराने के लिए मेडिकल आया था। लेकिन डिलेवरी से पहले ही नवजात की पेट मे ही मौत हो गई। जब इस बात की जानकारी बहन के देवर पप्पू विश्वकर्मा को लगी तो वह अपने एक अन्य साथी हिमांशु विश्वकर्मा के साथ मेडिकल अस्पताल पहुँच गया, पहले तो पप्पू ने भाभी की माँ के साथ वाद विवाद किया और मारपीट की, बीच बचाव के लिए मोनू अपने मामा के साथ दौड़ा तो पप्पू विश्वकर्मा ने चाक़ू निकाली और दौड़ा-दौड़ा कर चाकू से हमला कर दोनों को घायल कर दिया, पूरी घटना मेडिकल गेट पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि गेट पर मेडिकल अस्पताल के सुरक्षाकर्मी गार्ड मौजूद रहे लेकिन किसी ने भी विवाद रोकने की कोशिश क्यो नहीं की, जिसको लेकर अब मेडिकल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे है। बहरहाल गढ़ा पुलिस ने घायलों की शिकायत पर आरोपी पप्पू विश्वकर्मा और उसके एक अन्य साथी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है, और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।