जबलपुर। मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने नवाचार करते हुए मध्य प्रदेश के अपने ट्रांसमिशन नेटवर्क में लगभग 25 करोड़ की अनुमानित लागत से पहली बार 500 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर को स्थापित किया है। गत दिवस 400 केव्ही सबस्टेशन भोपाल में इस विशेष डिजाइन से तैयार करवाये गये 500 एमव्हीए के पावर ट्रांसफार्मर को सफलतापूर्वक ऊर्जीकृत किया गया। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी ने 400 केव्ही सबस्टेशन भोपाल में 400/220/132 केव्ही के 315 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर के लिये लगने वाले स्थान पर ही विशेष डिजाइन से तैयार हुए मेसर्स टी एण्ड आर द्वारा निर्मित इस 500 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर को स्थापित किया है। मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के मुख्य अभियंता श्री राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 400 केव्ही सबस्टेशनों में परंपरागत 315 एमव्हीए के पावर ट्रांसफार्मर लगाये जाते रहे है। जिसके स्थान पर पहली बार 500 एम व्ही ए क्षमता का यह पहला पावर ट्रांसफार्मर है जिसे शासन की ज्यादा से ज्यादा नवाचार अपनाने की मंशा के तहत स्थापित किया गया है। श्री राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि क्योंकि यह ट्रांसफार्मर प्रथम बार खरीदा जा रहा था अतः इसकी तकनीकी बारीकियों का अध्ययन एवं खरीदने हेतु टेंडर के महत्वपूर्ण तकनीकी पैरामीटर बनाने में मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी के कार्यपालन अभियंता श्री इकबाल खान ने महती भूमिका अदा की।
175 एमव्हीए की अतिरिक्त क्षमता उतनी ही जगह में
इस नवाचार का फायदा यह है कि जितनी जगह 315 एमव्हीए क्षमता के पावर ट्रांसफार्मर की स्थापना को लगती है उतने ही इन्फ्रा स्ट्रक्चर में 500 एमव्हीए क्षमता का ट्रांसफार्मर स्थापित कर लिया जाता है। जिससे अतिरिक्त ट्रांसफार्मर लगाने की प्रक्रियाए धन और श्रम बच जाता है। साथ ही सबस्टेशनों में बढ़ने वाली अचानक लोड डिमांड को भी पूरा किया जा सकता है। इस ट्रांसफार्मर की स्थापना के उपरांत 400 केव्ही सबस्टेशन भोपाल की क्षमता 1445 एमव्हीए की हो गई है।
भोपाल समेत अन्य क्षेत्रों को होगा बहुत फायदा
इस ट्रांसफार्मर की स्थापना से भोपाल के शहरी और औद्योगिक क्षेत्र के अलावा बैरागढ़, विदिशा, मुगालिया छाप के अतिरिक्त आष्टा क्षेत्र को भी बेहद फायदा मिलेगा इस ट्रांसफार्मर की स्थापना से इन क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण पर्याप्त विद्युत आपूर्ति उचित वोल्टेज में की जा सकेगी साथ ही आष्टा, उज्जैन क्षेत्र को भी भोपाल से सपोर्ट मिल सकेगा।