◆ दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई न होने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी:-
(रामसहाय मर्दन) डिण्डौरी। विगत दिनों सिवनी जिले के कुरैई थाना अंतर्गत ग्राम सिमरिया में गौमांस के शक में दो आदिवासियों की बर्बरता पूर्ण हत्या का विरोध करते हुए जयस ने राज्यपाल के नाम प्रभारी एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। सौपें गए ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि विगत दिनों सिवनी जिले के कुरई थानांतर्गत ग्राम सिमारिया में 2 मई 2022 को देर रात भीड़ द्वारा गौमांस के शक दो आदिवासियों की बर्बरता पूर्ण हत्या कर दी जिसमें आदिवासी समुदाय में आक्रोश व्याप्त है। लोकतांत्रिक व्यवस्था मे दण्ड देने का अधिकार न्यायपालिका के पास विधि सम्पत न्यायिक प्रक्रिया के गुजरने के बाद यदि प्रमाण और संतुष्टप्रद होने पर ही दण्ड का प्रावधान है, परंतु कुछ दिनों से देखा जा रहा कि कुछ संगठन विशेष द्वारा न्यायिक प्रक्रिया और संविधान के खिलाफ जाकर केवल शक के आधार पर मारपीट करते है, इतना ही नहीं लोगों की जान भी ले लेते है। बरहाल सिवनी जिले के कुरई थानांतर्गत सिमारिया गावं में कथित तौर हिंदूवादी धार्मिक कट्टरपंथी संगठन के समूह द्वारा गोमांस के शक में 2 आदिवासियों की हत्या कर दी गई। इस प्रकार के मानसिकता और खुद को न्यायालय और संविधान से उपर समझने वाले संगठनों के हिंसक उपद्रव में शामिल व्यक्तियों पर यदि कठोर कार्यवाही नहीं की गई तो भविष्य मे अशांति और सम्प्रदायिक संघर्षों को बढ़ावा मिलता रहेगा, आदिवासी समुदाय में व्याप्त आक्रोश को देखते हुए सिवनी जिले के सिमरिया मे आदिवासियों की हत्या की घटना की न्यायिक जांच कर दोषियों को फांसी की सजा देने तथा पीड़ित परिवार को 2-2 करोड़ का मुवावजा दिये जाने की मांग की है साथ ही जांच मे यदि किसी भी संगठन और विचारधारा की संलिप्तता के सबूत मिलते है तो संबंधित संगठनों पर प्रतिबंध लगाने और आदिवासी क्षेत्र में शांति और सोहार्द पूर्ण वातावरण की मांग की हैं। सिवनी घटना की न्यायिक जांच कर यदि दोषियों को फांसी की सजा तथा पीड़ित परिवार को 2-2 करोड़ की मुवावजा नहीं दी जाती है तो जयस सहित समस्त आदिवासी संगठन उग्र आंदोलन करने की चेतवानी दी है।