डिंडौरी(रामसहाय मर्दन)| रक्तदान “महादान” यह स्लोगन आपने अनेकों बार सुना ही होगा कहा जाता है कि रक्तदान से बढ़कर कोई दूसरा दान नहीं हो सकता क्योंकि रक्त प्राकृतिक रूप से जीवित शरीर में ही निर्मित होती है इसे बनाया नहीं जा सकता और जो चीज इंसान बना नहीं सकता उससे बड़ी अनमोल चीज इस दुनिया में कुछ नहीं हो सकता। आज किसी मानवता और इंसानियत की मिसाल प्रस्तुत करते हुए समाजसेवी कुंजन पाराशर ने रक्तदान कर एक महिला की जान बचाई। बता दे कि जिला अस्पताल में भर्ती सरिता नागेश पति उग्रेश नागेश को ओ पॉजिटिव रक्त की जरूरत थी, जिसकी जानकारी मिलती तत्काल समाजसेवी कुंजन पाराशर के द्वारा जिला अस्पताल पहुंचकर रक्तदान कर महिला की जान बचाई। वही कुंजन पाराशर के द्वारा बताया कि उनका यह पहला रक्तदान है, रक्तदान कर वे बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं और साथ सभी युवाओं से जरूरतमंदों के लिए रक्तदान करने की अपील की है।