जबलपुर| फेल्यूर ऑफ मेजर इक्यूपमेंटस ऑफ सबस्टेशन विषय पर सेंट्रल बोर्ड आफ इरिगेशन एवं पावर तथा इंटरनेशनल कांउसिल आन लार्ज इलेक्ट्रिक सिस्टम्स (इंडिया) द्वारा आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस में एमपी ट्राँसको की केस स्टडी को व्यापक स्तर पर सराहना मिली है। इस कांफ्रेस में बिजली क्षेत्र के विश्व स्तरीय 17 नामी विशेषज्ञों ने सबस्टेशनों में प्रमुख उपकरणों के खराब होने के कारणों पर स्टडी कर अपने पेपर प्रस्तुत किये थे। श्री प्रवीण गार्गव ने एमपी ट्राँसको में बडे़ उपकरणों खासकर पॉवर ट्रांसफार्मर और करेन्ट ट्रांसफार्मर फेल्यूर के कारणों को विस्तार से बताया। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने श्री गार्गव द्वारा की गयी केस स्टडी की सराहना की है। सेमीनार में उपस्थित विशेषज्ञों ने एमपी ट्राँसको द्वारा मेजर इक्युपमेंट फेल्यूर के कारणों का विश्लेषण कर उसमें कमी लाने लागू की गई तकनीक और तरीकों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। श्री गार्गव ने एमपी ट्राँसको द्वारा इक्यूपमेंट फेल्यूर को न्यूनतम रखने केन्द्रीय प्रोटेक्टशन सेल की स्थापना, उसकी कार्य-प्रणाली तथा इस सेल से मिली सफलता के बारे में भी विस्तार से बताया। श्री गार्गव के साथ केस स्टडी में देश के सर्वोच्च तकनीकी संस्थान आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर्स भी शामिल थे।