◆ डॉ.जितेंद्र जामदार ओर भितरघातियों का खेल
जबलपुर (नवनीत दुबे)। नगर पालिका निगम जबलपुर के निकाय चुनाव में भाजपा के महापौर प्रत्याशी डॉ.जितेंद्र जामदार संगठन के पदाधिकारियों ओर कार्यकर्ताओं के साथ पुरजोर मेहनत कर धुंआधार जनसंपर्क कर रहे है, आखिर हो भी क्यो न संघ और भाजपा संगठन न डॉ.साहब को इस महत्वपूर्ण पद के लायक समझा और विजयी भवः के आशीष के साथ चुनावी रणभूमि में उतार दिया लेकिन विडंबना कहे या सियासत के दाव पेंच के भाजपा में ही भितरघाती सक्रिय हो गए है। विजय पथ पर अवरोध उत्पन्न करने सूत्रों की माने तो डॉ.जामदार के खिलाफ हो रहे दुष्प्रचार में बहुत कुछ भाजपाई विभीषण शामिल है, जो कांग्रेस प्रत्याशी जगत बहादुर को अंदरूनी रूप से समर्थन दे रहे है, और अन्नू सिंह की दबे सुर में तारीफ कर रहे है। जिसका प्रभाव मतदाताओं पर पड़ रहा है तो वही डॉ.साहब चंद चाटुकारों द्द्वारा दिखाय जा रहे सब्ज बाग को देखकर ही अतिप्रसन्न है और अपनी जीत सुनिश्चित समझ रहे है। ऐसे में ये कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि जमींनी धरातल में बन रही वास्तव स्थिति को संज्ञान में लेते हुए जामदार जी चुनावी नीति रीति में संशोधन करें। देखा तो ये भी जा रहा है कि भाजपा के पार्षद प्रत्यशी जनसम्पर्क के दौरान खुद को विजय आशीर्वाद का वरदान मांग रहे है, महापौर प्रत्याशी के नाम का जिक्र तक नहीं कर रहे है। अंततः मतदान की तारीख काफी नजदीक है, ऐसे में भाजपा महापौर प्रत्याशी डॉ.जामदार जी का जमींनी जनाधार कम आंका जा रहा है, और कोरोना की भयावह यादों को पुनः मतदाता की स्मृति में जीवित किया जार हा है। अब ऐसे में एक तरफ चंद चाटुकार, दूसरे तरफ भितरघाती, तीसरा भाजपाई विभीषण डॉ.साहब के लिए जय भाजपा, विजय कांग्रेस?